बिलासपुर, 5 अगस्त, 2022 । मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष समारोह के अवसर पर बिलासपुर जिले के घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के घुमारवीं में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश छोटा और पहाड़ी राज्य होने के बावजूद आज कई बड़े राज्यों के लिए भी एक आदर्श के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश भी अपने अस्तित्व के 75 साल पूर्ण कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये 75 वर्ष राज्य की एक महत्वपूर्ण विकास यात्रा के साक्षी रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस राज्य के प्रत्येक नागरिक ने प्रदेश की इस विकास यात्रा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक बनाने में राज्य के प्रत्येक मुख्यमंत्री का भी योगदान रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य के गठन के समय साक्षरता दर केवल 4.8 प्रतिशत थी, जबकि आज प्रदेश की साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हिमकेयर, सहारा योजना, गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, शगुन योजना जैसी अनेक योजनाओं ने हर जरूरतमंद परिवार की सहायता की है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि की गई है और बिना आय मानदंड के वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को पहले 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया गया और अब इसे 60 वर्ष कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन उपलब्ध करवाने पर 1300 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा रही है। कांग्रेसी नेता राज्य सरकार पर कमजोर वर्गों की अनदेखी के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को एचआरटीसी की बसों में किराये में 50 प्रतिशत की छूट दे रही है। घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को मुफ्त पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाएं