शिमला, 12 अगस्त, 2022 । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ई.पी.एफ.ओ.) दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक सुरक्षा संगठन में से एक है, जो सन 1952 से लगभग 25 करोड़ सदस्यों, पेंशनभोगियों और हितधारकों को सामाजिक सुरक्षा कवच प्रदान करता है। विश्वव्यापी कवरेज का विस्तार करने और हमारे हितधारकों के लिए निर्बाध (समेकित एवं निरंतर) सेवा को प्रदान करने को सुनिश्चित करने के उद्देश्य और द्रष्टि के साथ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने समय समय पर सदस्यों और पेंशनभोगियों के लिए जीवन व्यापन में आसानी तथा भारत सरकार के अत्याधुनिक प्लेटफार्मों का लाभ उठाकर नियोक्ताओं के लिए व्यापार करने में आसानी एवं लाखों लोगों तक पहुच बनाने के लिए अनेकों पहल की हैं।
ईपीएफओ ने अपने सदस्यों, विशेष रूप से पेंशनभोगियों के लिए सामाजिक सुरक्षा लाभों का विस्तार करने की अपनी प्रतिबद्धता में, कर्मचारी परिवार पेंशन (एफपीएफ़) योजना 1971 से कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) 1995 में एक आदर्श बदलाव करके एक लंबा सफर तय किया है, जिससे न केवल 58 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर अपने सदस्यों को पेंशन देना, बल्कि विधवा पेंशन, बाल पेंशन, अनाथ पेंशन, विकलांगता पेंशन और सदस्य की मृत्यु या विकलांगता पर सदस्य के लाभार्थी को नामित पेंशन देना शामिल हैं।
जुलाई, 2020 में ईपीएफओ द्वारा एक पहल प्रयास शुरू की गई, जिसमें पेंशनभोगी को सेवानिवृत्ति की तारीख पर पीपीओ सौंपे जाने थे। प्रयास पहल को बढ़ावा देने के लिए वेबिनार का आयोजन हर महीने सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों और नियोक्ताओं को जागरूक बनाने के लिए शुरू किया गया था ताकि वे सभी पहलुओं में पेंशन दावों को पूरा कर सकें और ईपीएस 1995 सदस्यों को सेवानिवृत्ति के दिन ईपीएफओ पेंशन भुगतान आदेश (पी.पी.ओ.) जारी कर सकें।
परिणामस्वरूप ईपीएफओ ने कोरोना की बाध्यता के बावजूद 2020 में सेवानिवृत्ति के दिन 6000 से अधिक पी.पी.ओ. सौंपे। इस दिशा में, ईपीएफ पेंशनरों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में और सुधार लाने के लिए वैश्विक मानकों और सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ती के दिन पेंशन प्राप्त करने के अनुरूप, केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त के मार्गदर्शन एवं आंचलिक कार्यालय (पंजाब और हिमाचल) और आंचलिक कार्यालय गुजरात के अपर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त की पहल ने अब प्रयास से विश्वास के दृष्टिकोण में कुछ चयनित मामलों में सदस्य की सेवानिवृत्ति की तारीख को पीपीओ वितरण के लिए विश्वव्यापी पहुच के दृष्टिकोण में क्रांतिकारी बदलाव लाने का फैसला किया है।
चूंकि हमारा देश आजादी और इसके लोगों की संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के 75 साल का जश्न मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, इसलिए इस गौरवशाली अवसर पर ईपीएफओ का पंजाब और हिमाचल क्षेत्र इस नई पहल प्रयास से विश्वास- सेवानिवृति की तारीख पर सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों को पेंशन के
वितरण की दिशा में एक पहल” के तहत 12 अगस्त, 2022 को पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में स्थित सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
इस पहल के तहत, 12 अगस्त, 2022 तक सभी पात्र सेवानिवृत्त सदस्यों द्वारा उनकी सेवानिवृत्ति के दिन पीपीओ प्राप्त किये गए। क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला के कार्यालय प्रभारी अधिकारी और उनकी टीम द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, स्कूल शिमला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान समारोह के मुख्य अतिथि लेख राज ठाकुर, प्राचार्य, सरस्वती विद्या मंदिर, शिमला ने 45 पेंशनभोगियों को पेंशन भुगतान आदेश वितरित किए ।
इस उपलक्ष पर गुलशन राम, सहायक भविष्य निधि आयुक्त, ने सभी प्रतिष्ठानों से अपील की, कि वे सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों से सभी संबंधित कागजात पूर्ण करा लें तथा सेवानिवृति वाले माह के प्रारम्भ में ही फॉर्म -10 डी, अन्य सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ कार्यालय में जमा करवाये अथवा मेंबर पोर्टल से ऑनलाइन 10 डी दावा दायर करे ताकि कार्यालय समय पर औपचारिकताये पूरी कर सके और कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति के दिन ही पेंशन भुगतान आदेश (पी.पी.ओ.) सौंप सकें। इस के अतिरिक्त पेंशनभोगियों की सुविधा के लिए कार्यक्रम स्थल पर सहायता केंद्र भी स्थापित किए गया था। ईपीएफओ, क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला द्वारा की गई विभिन्न पहलों को भी कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शित किया गया।