शिमला, 29 दिसम्बर, 2022 । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां शहरी विकास, नगर एवं ग्राम योजना और नगर निगमों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को विशेष रूप से शिमला शहर में झुग्गी में रहने वालों को आवास की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए ठोस योजना बनाने के निर्देश दिए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी नगर पालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए आय के स्रोत सृजित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने शिमला नगर निगम के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए कि संजौली पार्किंग के मामले का शीघ्र समाधान किया जाए ताकि निगम इस महत्वाकांक्षी परियोजना के माध्यम से आय अर्जित कर सके। उन्होंने अधिकारियों को टूटीकंडी पार्किंग का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कार्यालय किराए के निजी भवनों में चल रहे हैं, उन्हें इस पार्किंग में स्थानांतरित किया जाना चाहिए, क्योंकि यहां लगभग छह मंजिलें खाली पड़ी हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शहरी गरीबों के कल्याण में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं हैं। उन्होंने अधिकारियों को इन कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि आम जनता लाभान्वित हो सके।
उन्होंने कहा कि टैंडर की पूर्ण प्रक्रिया 20 दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सभी विकास कार्यों का निर्माण समयबद्ध सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि टैंडर निकालने से पहले डीपीआर तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के विलम्ब के लिए सम्बन्धित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और दोषी अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर विधायक अनिरुद्ध सिंह, कुलदीप सिंह राठौर और हरीश जनारथा ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। बैठक में मुख्य सचिव आर.डी. धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, प्रमुख सचिव सुभासीष पंडा और देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।