बिलासपुर, 17 जनवरी 2023 । हिमाचल सरकार में राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी अपने दो दिवसीय नूरपुर प्रवास के दौरान मंगलवार को बिलासपुर में शिवा परियोजना के तहत कोठी मझेड, तलवाड़ा क्लस्टर और टिश्यू कल्चर लैब दधोल किया निरीक्षण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य में फल उत्पादन को लगातार प्रोत्साहन देगी ताकि हिमाचल को पूर्णतया फल राज्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार एचपी शिवा परियोजना के कार्यों की पूरी समीक्षा करेगी और इस परियोजना को बेहतर बनाने के लिए सभी वैज्ञानिक पक्ष योजना में शामिल करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिवालिक क्षेत्र में बागवानी को प्राथमिकता देगी ताकि इस क्षेत्र के लोगों को स्वाबलंबी बनाया जा सके। इस योजना के अंतर्गत क्लस्टर स्थापित करने से लेकर बाजार तक एक मजबूत नेटवर्क स्थापित करने किया जाएगा।
नेगी के बताया कि परियोजना का लक्ष्य अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं तथा महिलाओं को बागवानी कार्य से जोड़ना है। इसमें नए बगीचे लगाने के लिए बागवानों को उपयुक्त पौध सामग्री से लेकर सामूहिक विपणन तक की सहायता व सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि किसानों को फल-पौधों को वैज्ञानिक आधार पर विकसित करने और व्यापारिक आधार पर चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत नए किस्म की सिट्रस फलों के प्रजातियों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि विदेशों की तुलना में हमारे प्रदेश के फलों की गुणवत्ता अधिक हो सके। परियोजना के तहत क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई, सोलर वाटर पंप एस्काडा एवं इंस्ट्रृमेंटल क्लस्टर टैंक आदि ढांचागत सुविधाओं के निर्माण पर उच्च गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा बिलासपुर जिला में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कम्युनिटी आधार पर 575 किसानों की लगभग 1400 बीघा भूमि पर सिट्रस किस्म की 113000 पौधे लगाए गए हैं। बिलासपुर में अलग-अलग क्लस्टरों में नींबू, अमरूद, अनार व लीची के पौधे लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त छोटे स्तर पर 4 पायलट कलस्टर, मध्य यानी अग्रिम पंक्ति स्तर पर 30 और 6 नए कलेक्टरों के निर्माण के लिए 600 हेक्टेयर भूमि का चयन कर लिया गया है जिसके अंतर्गत कई सौ किसानों को इस परियोजना से जोड़ा जाएगा।
इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत उन क्षेत्रों को विकसित करने को प्राथमिकता दी गई है, जहां अभी तक फल उत्पादन नहीं होता। इसके अतिरिक्त ऐसे स्थानों को भी परियोजना में शामिल किया गया है, जहां जंगली जानवरों से प्रभावित किसानों ने खेती-बाड़ी करना छोड़ दिया है, ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को बागवानी से जोड़कर आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके।
इस अवसर पर उन्होंने शिवा परियोजना के प्रोजेक्ट निदेशक देवेंद्र ठाकुर, उपनिदेशक उद्यान विभाग माला शर्मा, अध्यक्षा बागवानी विकास एसोसिएशन रचना गुप्ता, एचपी शिवा जिला कोऑर्डिनेटर डॉ रमन अंगारिया, एपीएम मनोज शर्मा और विभाग के अधिकारियों को इस परियोजना को साकार करने के लिए उनके प्रयासों को सराहा और कहा कि भविष्य में इस परियोजना को और बेहतर बनाने के लिए और अधिक कार्य करें। इस अवसर पर पूर्व सीपीएस एवं विधायक घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र राजेश धर्मानी, जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान, एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग्र एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर उपस्थित रहे।